Friday, June 27, 2008

ABOUT BHAYANA`S

बाबा जोध, भाई जी, भयाना'भयाना' बाबा जोध सचियार के वंशज हैं। बाबा जोध सचियार का अवतरण पाकिस्तान के जिला लायलपुर के कमिलया कोट में बाबा तख्तमल धमीजा के घर हुआ। बाबा जोध सचियार ने महत् कार्य किए। सामाजिक और धार्मिक कुरीतियों को सीधी और सच्ची वाणी से उघेड़ा। वे निष्ठावान साधक, प्रगतिशील पथप्रदर्शक और मान्यतावादी चितंक के रूप में जाने गए। उनका समूचा जीवन सत्य से परिपूर्ण रहा। इसी कारण उन्हें 'सचियार' की पदवी मिली। पदवी के साथ ही बाबा जोध सचियार को गुरु की गद्दी मिली जो अभी तक चल रही है। बाबा जी की गद्दी पाकिस्तान के मुलतान जिले के मखदूमपुर पहोड़ा से शुरू हुई और अब भारत के हरियाणा प्रदेश के पानीपत शहर में डेरा बाबा जोध सचियार में स्थापित है। डेरे में बाबा जी के अस्थिकलश विराजमान हैं। डेरे को बाबा जी के वंशज और सिख सेवक संभाल रहे हैं। बाबा जी की संतानों को गुरु स्थानों की सेवा संभाल के कारण भाई जी कहा जाने लगा। कालांतर में उन्हें भयाने कहा गया जो वर्तमान में 'भयाना' हो गए हैं।

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